देशभर के करोड़ों घरों में खाना पकाने के लिए एलपीजी (LPG) गैस सिलेंडर का इस्तेमाल होता है। अप्रैल 2025 में सरकार ने घरेलू रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी की घोषणा की है, जिससे आम जनता की जेब पर सीधा असर पड़ा है।
यह बढ़ोतरी ऐसे समय में हुई है जब पहले से ही महंगाई और घरेलू बजट पर दबाव बना हुआ है। सरकार ने एलपीजी की कीमतों में ₹50 प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की है, जो 8 अप्रैल 2025 से लागू हो गई है।
इस फैसले से देश के लगभग 33 करोड़ घरेलू उपभोक्ता और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के 10 करोड़ से अधिक लाभार्थी प्रभावित हुए हैं।
एलपीजी गैस की कीमतों में बदलाव का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और गैस की कीमतों में बढ़ोतरी, वैश्विक आपूर्ति की स्थिति, और डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी है।
सरकार का कहना है कि यह बढ़ोतरी तेल कंपनियों के घाटे की भरपाई और सब्सिडी के बोझ को संतुलित करने के लिए की गई है। आइए जानते हैं कि एलपीजी के नए रेट क्या हैं, किसे कितना फायदा या नुकसान होगा, और इस बढ़ोतरी का आपके घरेलू बजट पर क्या असर पड़ेगा।
LPG Gas New Rate 2025
जानकारी | विवरण |
नई दर लागू होने की तिथि | 8 अप्रैल 2025 |
घरेलू (नॉन-सब्सिडी) सिलेंडर रेट | ₹853 (14.2 किलोग्राम, दिल्ली) |
पिछला रेट (नॉन-सब्सिडी) | ₹803 |
उज्ज्वला योजना (PMUY) रेट | ₹550 (14.2 किलोग्राम) |
पिछला रेट (PMUY) | ₹500 |
कमर्शियल सिलेंडर रेट | ₹1,762 (19 किलोग्राम, दिल्ली) |
कमर्शियल रेट में बदलाव | ₹41 की कमी (1 अप्रैल 2025 से) |
कुल घरेलू उपभोक्ता | 32.94 करोड़ |
उज्ज्वला योजना लाभार्थी | 10.33 करोड़ |
अगला रिव्यू | हर 2-3 सप्ताह में संभावित |
एलपीजी गैस सिलेंडर के नए रेट: किसे कितना असर?
- सामान्य घरेलू उपभोक्ता:
अब 14.2 किलोग्राम का घरेलू एलपीजी सिलेंडर दिल्ली जैसे बड़े शहरों में ₹853 में मिलेगा, जो पहले ₹803 था। - प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) लाभार्थी:
उज्ज्वला योजना के तहत सब्सिडी के बाद अब सिलेंडर ₹550 में मिलेगा, जो पहले ₹500 था। - कमर्शियल उपभोक्ता:
19 किलोग्राम के कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में ₹41 की कमी की गई है, अब दिल्ली में यह ₹1,762 में मिलेगा।
क्यों बढ़े दाम?
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में LPG और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी:
जुलाई 2023 से फरवरी 2025 के बीच अंतरराष्ट्रीय LPG कीमतों में 63% तक की बढ़ोतरी हुई - रुपये की कमजोरी और आयात लागत में इजाफा:
भारत अपनी जरूरत का लगभग 60% एलपीजी आयात करता है, जिससे वैश्विक बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर घरेलू कीमतों पर पड़ता है। - तेल कंपनियों का घाटा और सब्सिडी का बोझ:
वित्त वर्ष 2024-25 में तेल कंपनियों को LPG में करीब ₹41,338 करोड़ का घाटा होने का अनुमान है। - सरकार की समीक्षा नीति:
हर 2-3 हफ्ते में LPG दरों की समीक्षा होती है, जिससे आगे भी दाम बदल सकते हैं।
LPG Price Hike 2025: देश के प्रमुख शहरों में नए रेट
शहर | घरेलू रेट (₹/14.2kg) | उज्ज्वला रेट (₹/14.2kg) | कमर्शियल रेट (₹/19kg) |
दिल्ली | 853 | 550 | 1,762 |
मुंबई | 852.50 | 549.50 | 1,715 |
कोलकाता | 880 | 577 | 1,838 |
चेन्नई | 869 | 566 | 1,917 |
लखनऊ | 890 | 587 | 1,850 |
LPG Price Hike: किसे कितना नुकसान?
- मध्यम वर्ग: हर महीने ₹50 अतिरिक्त खर्च, सालाना ₹600 का सीधा असर।
- गरीब परिवार (PMUY लाभार्थी): उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को भी ₹50 प्रति सिलेंडर ज्यादा देना होगा, जिससे बजट पर असर पड़ेगा।
- व्यापारी/होटल-ढाबा: कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कमी से राहत मिली है, लेकिन घरेलू उपभोक्ताओं के लिए राहत नहीं।
LPG Price Hike: सरकार की सफाई
- पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार की मजबूरी और तेल कंपनियों के घाटे की भरपाई के लिए यह कदम जरूरी था।
- उज्ज्वला योजना के तहत सब्सिडी जारी रहेगी ताकि गरीब परिवारों पर कम असर पड़े।
- LPG के दाम हर 2-3 हफ्ते में समीक्षा के बाद तय किए जाते हैं, आगे भी बदलाव संभव है।
घरेलू बजट पर असर
- 90% से ज्यादा भारतीय घरों में LPG का इस्तेमाल होता है।
- ₹50 की बढ़ोतरी से सालाना ₹600 का अतिरिक्त बोझ।
- पहले से ही बढ़ती महंगाई के बीच रसोई का खर्च और बढ़ेगा।
- गरीब और मध्यम वर्ग को सबसे ज्यादा असर।
उज्ज्वला योजना पर असर
- उज्ज्वला योजना के तहत 10.33 करोड़ परिवार लाभार्थी हैं।
- सब्सिडी के बावजूद अब इन्हें भी ₹50 ज्यादा देना होगा।
- सरकार ने पिछले साल उज्ज्वला सिलेंडर की कीमत ₹903 से घटाकर ₹503 की थी, लेकिन अब फिर से बढ़ोतरी हुई है।
LPG Price Hike: उपभोक्ताओं के लिए जरूरी बातें
- हर महीने LPG रेट की जानकारी अपने वितरक या तेल कंपनी की वेबसाइट से लें।
- उज्ज्वला लाभार्थी अपने सब्सिडी स्टेटस की जांच करें।
- जरूरत हो तो गैस सिलेंडर की बुकिंग पहले से प्लान करें।
- सरकार द्वारा नई सब्सिडी या राहत पैकेज की घोषणा का इंतजार करें।
निष्कर्ष
एलपीजी गैस के दामों में ₹50 की बढ़ोतरी से देश के करोड़ों परिवारों के घरेलू बजट पर असर पड़ा है। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों समेत सभी उपभोक्ताओं को अब हर सिलेंडर पर ज्यादा खर्च करना होगा। सरकार ने यह फैसला अंतरराष्ट्रीय बाजार की मजबूरी और तेल कंपनियों के घाटे की भरपाई के लिए लिया है।
हालांकि, सरकार ने भरोसा दिलाया है कि गरीब परिवारों को राहत देने के लिए सब्सिडी जारी रहेगी और जरूरत पड़ी तो नई राहत योजनाएं भी लाई जाएंगी। उपभोक्ताओं को सलाह है कि वे अपने बजट की योजना बनाएं और LPG की खपत को नियंत्रित करें।
Disclaimer: यह लेख केवल सूचना देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी 17 अप्रैल 2025 तक के सरकारी और मीडिया स्रोतों पर आधारित है। LPG गैस के नए रेट और बढ़ोतरी पूरी तरह वास्तविक और सरकार द्वारा घोषित है।
उपभोक्ताओं को सलाह है कि वे अपने स्थानीय वितरक या तेल कंपनी की वेबसाइट से ताजा रेट और सब्सिडी की स्थिति की पुष्टि जरूर करें। भविष्य में LPG के दामों में और बदलाव संभव हैं, इसलिए अपडेट रहने के लिए आधिकारिक स्रोतों पर नजर रखें।