2025 में बदल गए Home Loan के नियम: अगर आपकी लगातार 3 होम लोन EMI बाउंस हुईं तो बैंक कर सकता है सीधा कब्जा

घर खरीदना हर किसी का सपना होता है और होम लोन इस सपने को पूरा करने में मदद करता है। लेकिन जब आप होम लोन लेते हैं, तो समय पर ईएमआई (EMI) चुकाना आपकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी बन जाती है।

अगर लगातार तीन ईएमआई बाउंस हो जाएं, तो बैंक आपके खिलाफ सख्त एक्शन ले सकता है। इस आर्टिकल में हम आसान भाषा में समझेंगे कि तीन ईएमआई मिस होने पर बैंक क्या करता है, आपके ऊपर क्या असर पड़ता है, और आप इससे कैसे बच सकते हैं।

होम लोन ईएमआई बाउंस का मतलब क्या है?

जब आप हर महीने अपनी होम लोन की किस्त (EMI) समय पर नहीं चुका पाते, या आपके अकाउंट में पैसे नहीं होते, तो बैंक की ओर से की गई डेबिट कोशिश फेल हो जाती है। इसे ही ईएमआई बाउंस कहते हैं।

ईएमआई बाउंस के सामान्य कारण

  • अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस न होना
  • बैंकिंग डिटेल्स में गलती
  • तकनीकी समस्या
  • ECS/NACH या चेक बाउंस होना

ईएमआई बाउंस होने पर तुरंत क्या होता है?

  • बैंक आपको SMS, ईमेल या कॉल के जरिए नोटिस भेजता है।
  • आपके अकाउंट से बाउंस चार्ज (₹250 से ₹750 तक) और लेट पेमेंट पेनल्टी (1%–3% प्रति माह) वसूली जाती है।
  • बैंक दोबारा डेबिट करने की कोशिश कर सकता है, हर फेल अटेम्प्ट पर फिर से चार्ज लग सकता है।
  • आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में मिस्ड ईएमआई रिपोर्ट हो जाती है, जिससे क्रेडिट स्कोर गिरता है।

लगातार 3 ईएमआई बाउंस होने पर बैंक का एक्शन

1. लोन को NPA घोषित करना

अगर आप लगातार तीन महीने (90 दिन) तक ईएमआई नहीं चुकाते, तो बैंक आपके लोन को NPA (Non-Performing Asset) घोषित कर देता है। इसका मतलब है कि बैंक को अब यह लोन जोखिमपूर्ण (Risky) लगने लगता है।

2. लीगल नोटिस भेजना

NPA घोषित होते ही बैंक आपको लीगल नोटिस भेजता है और 60 दिन का समय देता है कि आप बकाया रकम चुका दें।

3. SARFAESI Act के तहत प्रॉपर्टी सीज करना

अगर 60 दिन में भी आप बकाया नहीं चुकाते, तो बैंक SARFAESI Act, 2002 के तहत प्रॉपर्टी जब्त (Seize) कर सकता है और बिना कोर्ट की अनुमति के उसकी नीलामी कर सकता है।

4. क्रेडिट स्कोर पर असर

तीन ईएमआई मिस होते ही आपका क्रेडिट स्कोर काफी गिर जाता है, जिससे भविष्य में लोन या क्रेडिट कार्ड लेना मुश्किल हो जाता है।

5. लीगल एक्शन और केस

अगर आप फिर भी पेमेंट नहीं करते, तो बैंक आपके खिलाफ कोर्ट में केस कर सकता है, जिसमें Section 138 of Negotiable Instruments Act के तहत आपको जुर्माना या जेल भी हो सकती है।

तीन ईएमआई बाउंस होने के बाद बैंक की प्रक्रिया (स्टेप-बाय-स्टेप)

स्टेपबैंक की कार्रवाईआपके लिए असर
1पहली, दूसरी, तीसरी ईएमआई बाउंसहर बार पेनल्टी और नोटिस
2लगातार 3 ईएमआई बाउंसलोन NPA घोषित, लीगल नोटिस
360 दिन का नोटिसबकाया चुकाने का आखिरी मौका
4SARFAESI Act लागूप्रॉपर्टी सीज और नीलामी की प्रक्रिया शुरू
5कोर्ट केस/लीगल एक्शनफाइन या जेल तक की नौबत

तीन ईएमआई बाउंस होने के नुकसान

  • क्रेडिट स्कोर में भारी गिरावट: भविष्य में किसी भी तरह का लोन या क्रेडिट कार्ड लेना मुश्किल।
  • बैंकिंग चार्जेस और पेनल्टी: हर बाउंस पर ₹250-₹750 तक चार्ज, 2%-3% लेट फीस।
  • लोन डिफॉल्ट का टैग: बैंकिंग सिस्टम में डिफॉल्टर के रूप में नाम दर्ज।
  • प्रॉपर्टी का नुकसान: घर की नीलामी तक हो सकती है
  • लीगल झंझट: कोर्ट केस, फाइन, जेल तक की संभावना।

होम लोन ईएमआई बाउंस के चार्जेस और पेनल्टी (बैंक वाइज उदाहरण)

बैंक का नामबाउंस चार्ज (प्रत्येक बार)लेट पेमेंट पेनल्टी
SBI₹500+GST2% प्रति माह
HDFC₹550+GST2% प्रति माह
ICICI₹500+GST2% प्रति माह
Ujjivan SFB₹500+GST2.5% प्रति माह
अन्य प्राइवेट बैंक₹250-₹750+GST1-3% प्रति माह

नोट: ये चार्जेस बैंक पॉलिसी के अनुसार बदल सकते हैं

तीन ईएमआई बाउंस होने के बाद आपके विकल्प

  • तुरंत बैंक से संपर्क करें: अपनी फाइनेंशियल स्थिति के बारे में बैंक को बताएं।
  • मोराटोरियम या लोन री-स्ट्रक्चरिंग की मांग करें: कुछ बैंक genuine cases में कुछ महीनों की छूट या ईएमआई कम करने का विकल्प दे सकते हैं।
  • बकाया जल्दी चुकाएं: जितना जल्दी overdue EMI चुका देंगे, उतना अच्छा।
  • फैमिली या फ्रेंड्स से मदद लें: जरूरत पड़े तो अस्थायी रूप से उधार लेकर ईएमआई भरें।
  • लोन ट्रांसफर या टॉप-अप लोन लें: अगर मौजूदा बैंक मदद नहीं कर रहा, तो दूसरे बैंक में ट्रांसफर या टॉप-अप लोन ले सकते हैं।

तीन ईएमआई बाउंस होने से कैसे बचें?

  • ऑटो डेबिट सेट करें: हर महीने EMI अपने आप कट जाए, इसके लिए ECS/NACH एक्टिवेट करें।
  • अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस रखें: EMI कटने से पहले ही पैसे रखें।
  • बजट प्लानिंग करें: अपनी इनकम और खर्चों का सही मैनेजमेंट करें।
  • इमरजेंसी फंड बनाएं: कम से कम 3-6 महीने की EMI के बराबर फंड रखें।
  • बैंक से समय रहते बात करें: पेमेंट में दिक्कत हो तो बैंक को पहले ही सूचित करें।

बार-बार EMI बाउंस होने के लॉन्ग टर्म नुकसान

  • भविष्य में किसी भी बैंक या फाइनेंस कंपनी से लोन मिलना मुश्किल।
  • क्रेडिट कार्ड लिमिट कम या बंद हो सकती है।
  • जॉब में बैकग्राउंड चेक के दौरान दिक्कत।
  • प्रॉपर्टी का नुकसान और कोर्ट केस का डर।

निष्कर्ष

होम लोन की EMI समय पर चुकाना आपकी जिम्मेदारी है। लगातार तीन EMI बाउंस होने पर बैंक आपके खिलाफ सख्त एक्शन ले सकता है-NPA घोषित करना, लीगल नोटिस, प्रॉपर्टी सीज और नीलामी तक की नौबत आ सकती है।

साथ ही, क्रेडिट स्कोर गिरने से भविष्य में लोन लेना भी मुश्किल हो जाता है। इसीलिए, EMI बाउंस से बचने के लिए बजट प्लानिंग, इमरजेंसी फंड और बैंक से समय रहते संवाद जरूरी है। अगर कभी समस्या आए, तो बैंक के साथ सहयोग करें और समाधान निकालें।

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