प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य देश के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है।
इस योजना के तहत कारीगरों को न केवल आर्थिक सहायता दी जाती है, बल्कि उन्हें आधुनिक तकनीक, टूल्स, ट्रेनिंग और कम ब्याज दर पर लोन भी उपलब्ध कराया जाता है। इससे शिल्पकारों की आमदनी बढ़ाने, उनके पारंपरिक व्यवसाय को आगे बढ़ाने और स्वरोजगार को बढ़ावा देने में मदद मिलती है।
सरकार ने इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे देशभर के पात्र कारीगर और शिल्पकार आसानी से इसका लाभ उठा सकते हैं। आवेदन के लिए आपको अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर जरूरी दस्तावेजों के साथ रजिस्ट्रेशन करवाना होता है।
योजना के तहत 18 पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया गया है, जैसे बढ़ई, लोहार, सुनार, कुम्हार, दर्जी, मोची आदि। योजना में शामिल होने वाले लाभार्थियों को ट्रेनिंग के दौरान स्टाइपेंड, टूल किट, और 3 लाख रुपये तक का कम ब्याज पर लोन मिलता है।
PM Vishwakarma Yojana
बिंदु | विवरण |
योजना का नाम | प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) |
लॉन्च वर्ष | 2023 |
उद्देश्य | पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक सहायता |
लाभार्थी | 18 पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े कारीगर/शिल्पकार |
मुख्य लाभ | ट्रेनिंग, टूल किट, कम ब्याज पर लोन, डिजिटल आईडी |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन (CSC के माध्यम से) |
अधिकतम लोन | 3 लाख रुपये (2 चरणों में) |
ब्याज दर | 5% प्रति वर्ष |
टूल किट सहायता | 15,000 रुपये |
ट्रेनिंग स्टाइपेंड | 500 रुपये प्रतिदिन (15 दिन) |
आधिकारिक वेबसाइट | pmvishwakarma.gov.in |
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
- आर्थिक सहायता: कारीगरों को 3 लाख रुपये तक का लोन सिर्फ 5% की ब्याज दर पर मिलता है, जिससे वे अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं।
- ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट: 15 दिनों की ट्रेनिंग के दौरान 500 रुपये प्रतिदिन स्टाइपेंड मिलता है, जिससे कारीगर अपनी स्किल्स को अपग्रेड कर सकते हैं।
- टूल किट: ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 15,000 रुपये की टूल किट दी जाती है, जिससे कारीगरों को नए और आधुनिक उपकरण मिलते हैं।
- डिजिटल आईडी और प्रमाण पत्र: योजना में रजिस्ट्रेशन के बाद डिजिटल आईडी और प्रमाण पत्र मिलता है, जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ लेना आसान होता है।
- मार्केटिंग और ब्रांडिंग: सरकार द्वारा उत्पादों की मार्केटिंग और ब्रांडिंग में भी सहायता दी जाती है।
- कोई गारंटी नहीं: लोन लेने के लिए किसी प्रकार की गारंटी या संपत्ति गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं है।
पात्रता
- भारतीय नागरिकता : आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- कारीगर/शिल्पकार : आवेदक लोहार, सुनार, मोची, बढ़ई, कुम्हार, दर्जी, नाई, राजमिस्त्री जैसे पारंपरिक कारीगरों में से एक होना चाहिए।
- आयु सीमा : आवेदक की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आय प्रमाण : परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
- आधार कार्ड और बैंक खाता : आवेदक के पास आधार कार्ड और बैंक खाता होना अनिवार्य है।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर (आधार से लिंक)
- बैंक खाता विवरण
- राशन कार्ड (या परिवार के सभी सदस्यों के आधार नंबर)
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
चरण 1: नजदीकी CSC पर जाएं
- आवेदक को अपने सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाना होगा।
- वहां CSC ऑपरेटर आपकी आधार और मोबाइल नंबर की ई-केवाईसी (e-KYC) करेगा।
चरण 2: आवेदन फॉर्म भरें
- CSC ऑपरेटर आपके दस्तावेजों के आधार पर पीएम विश्वकर्मा योजना का ऑनलाइन फॉर्म भरेगा।
- फॉर्म में नाम, पता, व्यवसाय, बैंक विवरण आदि की जानकारी भरनी होगी।
- सभी दस्तावेज स्कैन करके अपलोड किए जाएंगे।
चरण 3: आवेदन की पुष्टि
- आवेदन फॉर्म भरने के बाद सभी जानकारी दोबारा जांच लें।
- सही जानकारी होने पर फॉर्म सबमिट करें।
चरण 4: डिजिटल आईडी और प्रमाण पत्र
- आवेदन स्वीकार होने के बाद आपको पीएम विश्वकर्मा योजना का डिजिटल आईडी कार्ड और प्रमाण पत्र मिलेगा।
- इसके बाद आप योजना के अन्य लाभ जैसे ट्रेनिंग, टूल किट और लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन की स्थिति कैसे जांचें?
- आवेदन के बाद आप pmvishwakarma.gov.in पोर्टल पर जाकर अपनी एप्लीकेशन की स्थिति देख सकते हैं।
- लॉगिन करने के लिए पंजीकृत मोबाइल नंबर और ओटीपी का उपयोग करें।
- एप्लीकेशन स्टेटस, भुगतान की स्थिति, प्रमाण पत्र डाउनलोड आदि की जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक सुनहरा अवसर है। इससे वे अपने व्यवसाय को आधुनिक तकनीक और उपकरणों के साथ आगे बढ़ा सकते हैं।
सरकार द्वारा दी जा रही आर्थिक सहायता, ट्रेनिंग, टूल किट और कम ब्याज पर लोन से कारीगरों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, जिससे हर पात्र व्यक्ति आसानी से इसका लाभ उठा सकता है।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। पीएम विश्वकर्मा योजना एक वास्तविक और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना है, जिसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है।
आवेदन प्रक्रिया, पात्रता, लाभ और अन्य जानकारी समय-समय पर सरकार द्वारा अपडेट की जा सकती है, इसलिए आवेदन करने से पहले आधिकारिक पोर्टल या नजदीकी CSC से नवीनतम जानकारी अवश्य प्राप्त करें। किसी भी फर्जी वेबसाइट या एजेंट से बचें और केवल सरकारी पोर्टल या अधिकृत केंद्रों के माध्यम से ही आवेदन करें।